आज़ कहीं खो गए हैं शायर सारे…
लगता है शहर में कोई नई ग़ज़ल आई है!
मेरी इबादतों को ऐसे कर कबूल ए खुदा…
कि सजदे में मैं झुकूं तो मुझसे जुड़े…
हर रिश्ते की जिंदगी संवर जाए!
एक दिन जब हुआ प्यार का अहसास उन्हें…
वो सारा दिन आकर हमारे पास रोते रहे…
और हम भी इतने खुद गर्ज़ निकले यारों कि…
आँखे बंद कर के कफ़न में सोते रहे!
बार बार जाती है नजर क्यों तुम पर मेरी कलम की…
शायद अधूरी मुहब्बत हो तुम मेरे पिछले जनम की!
कहीं तुम भी न बन जाना किरदार किसी किताब का…
लोग बड़े शौक से पढ़ते हैं कहानियाँ बेवफाओं की!
तोड़ कर फेंक दी होगी उसने मेरे तोहफे में दी वो चूड़ियाँ…
डर था उसे खनकेगी हाथ में तो हम याद आयेंगे!
Pingback: 500+ बेहतरीन रोमांटिक शायरियाँ : Latest Romantic Shayari - My Quotes
i like you shayaries